टीम - 11 की बैठक में सीएम योगी ने बनाई प्रवासी कामगारों/ श्रमिकों को घरों तक सुरक्षित पहुँचाने की रणनीति, सीएम योगी ने लोगों को सुरक्षित पहुँचाने के लिए लगाईं 10 हज़ार ब

*टीम - 11 की बैठक में सीएम योगी ने बनाई प्रवासी कामगारों/ श्रमिकों को घरों तक सुरक्षित पहुँचाने की रणनीति, सीएम योगी ने लोगों को सुरक्षित पहुँचाने के लिए लगाईं 10 हज़ार बसें*


 


*मुख्यमंत्री के निर्देश पर मेडिकल स्कैनिंग के लिए लगाई गईं 50 हज़ार मेडिकल टीमें*


*आज 5 ट्रेनें गुजरात महाराष्ट्र से कर्नाटक से प्रवासी कामगार मजदूरों को लेकर प्रदेश में आएँगी*


*सीएम योगी के निर्देश पर प्रदेश के सभी कम्युनिटी किचेन की जियो टैगिंग, अब प्रवासी कामगारों के लिए अब तक तैयार 11 लाख क्वारंटीन सेंटरों/ आश्रय स्थलों की भी हो रही है जियो टैगिंग *


*बाहर से आ रहे लोगों को पहले सरकार की तरफ़ से बनाए गए ज़िलों के क्वारंटीन सेंटर ले ज़ाया जाएगा, फिर विधिवत मेडिकल जाँच के उपरांत होम क्वारंटीन या अस्पताल भेजा जाएगा *


*जो लोग स्वस्थ होंगे उन्हें खाद्यान्न पैकेट के साथ होम क्वारंटीन में भेज दिया जा रहा, निराश्रित लोगों को भरण पोषण भत्ता भी दिया जा रहा *


 


उत्तर प्रदेश में प्रवासी कामगार श्रमिकों के आने का सिलसिला जारी है। आज भी 5 ट्रेन गुजरात महाराष्ट्र से कर्नाटक से प्रवासी कामगार मजदूरों को लेकर प्रदेश में आएँगी। इन्हें इनके गृह जिले तक पहुंचाने के लिए 10000 बसें लगाई गई हैं। वहां इन्हें शासन के क्वरंटाइन सेंटर ले जाया जाएगा। वहां हेल्थ चेक अप होगा।


पूरे प्रदेश में 50,000 से अधिक मेडिकल टीम इस कार्य में लगी है जो हॉटस्पॉट, क्वरंटाइन सेंटर में स्क्रीनिंग चेकअप टेस्टिंग कर रहे हैं। 11 लाख लोगों की व्यवस्था क्वरंटाइन सेंटर शेल्टर होम में की है। वहां उन्हें कम्युनिटी किचन के जरिए भोजन भी उपलब्ध कराया जा रहा है। कम्युनिटी किचन पहले से ही जियो टैग किए गए हैं अब क्वरंटाइन सेंटर भी जियो टैग किए जा रहे हैं। चेकअप में स्वस्थ पाए गए लोगों को खाद्यान्न और भरण-पोषण भत्ता देकर घर भेजा जाएगा। जो लोग चेकअप में अस्वस्थ पाए जाएंगे उन्हें हेल्थ सेंटर में उपचार के लिए भेजा जाएगा।