*बड़ी-खबर*

 

 

 *घरेलू गैस सिलेंडर का मूल्य अब 148 रुपए कम हुआ*

जयपुर में 14.2 किलो के घरेलू गैस सिलेंडर का मूल्य अब 148/- रुपये प्रति सिलिंडर कम किया गया है। यानी इसके दामों में 20 प्रतिशत की कटौती की गई है।

14.2 किलो का घरेलू सिलेंडर अब यह 731/- रुपये के स्थान पर 583/- रुपये में ही उपलब्ध होगा।

 

 

 *कॉमर्शियल गैस सिलिंडर का दाम 256 रुपए कम हुआ*

 

19 किलो का कॉमर्शियल गैस सिलिंडर का मूल्य 256/- रुपये कम करके 1296.50 के स्थान पर 1040.50 रखा गया है। यानी इसमें 19 प्रतिशत से अधिक की कटौती की गई 

है। इसी प्रकार 5 किलो के FTL का मूल्य 70/- रुपये कम कर 415 के स्थान पर 345 रुपये रखा गया है। 

ये क़ीमतें आज 1 मई 2020 से प्रभावी हो गई हैं।

 

*पेट्रोल-डीजल के भावों में नहीं हुआ कोई बदलाव*

गैस सिलेंडर के दामों भले ही कमी की गई हो पर पेट्रोल-डीजल के दामों में कोई कमी नहीं की गई है। लॉकडाउन शुरू के बाद से ही पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार 

स्थिर बने हुए हैं।

 

*लगातार दूसरे माह की गई कटौती...*

दामों ये कटौती लगातार दूसरे महीने में की गई है। इसके पहले अप्रेल में भी 14 किलो के सिलेंडर में 61.50 रुपए और 

19 किलो के सिलेंडर में 96 रुपए की कटौती की गई थी। इसके पूर्व अप्रेल 14.2 किलोग्राम वाले गैर-सब्सिडी एलपीजी सिलिंडर के दाम दिल्ली में 61.5 रुपये सस्ता हो गया 

था। इसके बाद इसकी कीमत 744 रुपये आ गई थी, पहले यह 805.50 रुपये का था। कोलकाता में इसका दाम घटकर 744.50 रुपये, मुंबई में 714.50 रुपये और चेन्नई में 

761.50 रुपये था। जबकि पहले इन महानगरों में यह क्रमश: 839.50 रुपये, 776.50 रुपये और 826 रुपये हुआ करता था।

 

इसके अतिरिक्त कंपनियों ने 19 किलोग्राम वाले एलपीजी सिलिंडर की कीमतों में भी कटौती की थी। दिल्ली में 19 किलोग्राम का रसोई गैस सिलिंडर 96 रुपये सस्ता हो गया 

था। पहले यह 1,381.50 रुपये का था, जो 1,285.50 का हो गया था। वहीं कोलकाता में इसकी कीमत घटकर 1,348.50 रुपये, मुंबई में 1,234.50 रुपये और चेन्नई में 1,402 

रुपये हो गई थी। 

 

 

सिलिंडर पर सब्सिडी 

मौजूदा समय में सरकार एक वर्ष में प्रत्येक घर के लिए 14.2 किलोग्राम के 12 सिलिंडरों पर सब्सिडी प्रदान करती है। अगर ग्राहक इससे ज्यादा 

सिलिंडर लेना चाहते है, तो वे उन्हें बाजार मूल्य पर खरीदते हैं। गैस सिलिंडर की कीमत हर महीने बदलती है। इसकी कीमत औसत अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क और विदेशी विनिमय 

दरों में बदलाव जैसे कारक निर्धारित करते हैं।