लॉकडाउन के चलते छोटी जगहों पर नगद निकासी बढ़ गई है.
लॉजिस्टिक कंपनियां इसी काम में जुटी हुई हैं कि एटीएम में किसी प्रकार की कमी ना हो.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के चलते एटीएम पर नगद निकासी बढ़ गई है. इसके चलते एटीएम में नगद की कमी भी नहीं है. पर्याप्त मात्रा में नगदी RBI और बैंक चेस्ट से पहुंच रही है. दिन रात कैश लॉजिस्टिक कंपनियां इसी काम में जुटी हुई हैं कि एटीएम और बैंक ब्रांच में नगदी की कोई कमी ना हो.
वहीं SIS Prosegur के वाईस प्रेसिडेंट-ऑपरेशन्स, जेके आकाश ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि लॉकडाउन के चलते नगदी को लेकर लोड काफी ज्यादा बढ़ गया है. जो लोड पहले टियर 1 जैसे कनॉट प्लेस, नेहरू प्लेस जैसी जगहों पर रहता था, वह लोड अब टियर 2 और टियर 3 जगहों यानी गली मोहल्लों के एटीएम पर बढ़ गया है. लोग घरों में हैं, इसलिए अपने अगल बगल के गली मोहल्लों से ज़्यादा नगद निकासी कर रहे हैं.
आकाश ने बताया कि कंपनी देश भर के 650 जिलों में कैश लॉजिस्टिक सेवा देती है. लॉकडाउन के चलते सभी राज्यों में- चाहे महाराष्ट्र हो कर्नाटक हो या पंजाब हो, सब राज्यों में कैश लोड बढ़ गया है. वहीं कंपनी के रीजनल हेड विकास कहते हैं कि अमूमन एटीएम और बैंक से नगद निकासी 1-15 तारीख तक ज्यादा होती है क्योंकि ये सैलरी पीरियड होता है. लेकिन, जब से लॉकडाउन हुआ, हमने देखा कि 22, 23 तारीख से निकासी बहुत ज्यादा बढ़ गयी.
अब यही लोड 1 अप्रैल से फिर से शुरू हो गया है. कंपनी का कहना है कि इस मांग के लिए कंपनी ने पूरी तैयारी की हुई है. विकास ने बताया कि हम देशवासियों को बताना चाहते हैं कि चाहे यस बैंक हो या कोई भी बैंक हो, नगदी की पूरे सिस्टम में कहीं कोई कमी नहीं है. यही बात आकाश भी दोहराते हैं. वह कहते हैं कि करेंसी की पूरी सप्लाई चैन में कहीं कोई दिक्कत नहीं है, चाहे सरकारी बैंक हों या प्राइवेट बैंक हो. नगद की किसी भी तरह की कोई किल्लत नहीं है.
ऐसे में एबीपी न्यूज़ भी तमाम दर्शकों से अपील करता है कि जितनी जरूरत हो, उतनी ही नगदी बैंक या एटीएम से निकालें. नगदी को लेकर देश में कहीं कोई समस्या नहीं है. नगदी देश में और पूरी सप्लाई चैन में पर्याप्त है.