कर्ज में डूबे येस बैंक के ग्राहकों को बड़ी राहत मिली है. बैंक पर लगी पाबंदियां 18 मार्च को हटा ली जाएंगी.
- येस बैंक की पुनर्गठन योजना 13 मार्च, 2020 से प्रभावी है
- कर्ज में डूबे येस बैंक पर रोक 18 मार्च को हटा ली जाएगी
अगर आप येस बैंक के ग्राहक हैं तो आपके लिए एक राहत की खबर है. दरअसल, सरकार ने येस बैंक पुनर्गठन योजना को नोटिफाई कर दिया है. इसके मुताबिक संकट में फंसे येस बैंक पर लगी रोक 18 मार्च को हटा ली जाएगी. गजट नोटिफिकेशन में बताया गया कि येस बैंक पुनर्गठन योजना 13 मार्च, 2020 से प्रभावी हो गई है.
18 मार्च को हटा ली जाएगी पाबंदी
नोटिफिकेशन के मुताबिक पुनर्गठित बैंक पर सरकार द्वारा जारी रोक का आदेश इस योजना के शुरू की तिथि से तीसरे काम-काजी दिवस को शाम 6 बजे से अप्रभावी हो जाएगा. आसान भाषा में समझें तो बैंक पर लगी रोक 13 मार्च से तीसरे काम-काजी दिन यानी 18 मार्च को हटा ली जाएगी. इसके बाद येस बैंक के ग्राहक पहले की तरह पैसों की निकासी कर सकेंगे. बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पांच मार्च को येस बैंक पर कई तरह की पाबंदियां लगा दी थी. इसके तहत खाताधारक 3 अप्रैल तक बैंक से अधिकतम 50,000 रुपये ही निकाल सकते थे.
SBI समेत ये बैंक करेंगे निवेश
येस बैंक को संकट से उबारने के लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया यानी एसबीआई ने 49 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने का ऐलान किया है. इसमें 26 फीसदी शेयर में 3 साल का लॉक इन है. यानी एक बार खरीदने के बाद 3 साल तक के लिए इन शेयरों को नहीं बेचा जा सकेगा.
इसके अलावा निजी क्षेत्र के एक्सिस बैंक भी येस बैंक में 600 करोड़ रुपये का निवेश करेगा. वहीं हाउसिंग फाइनेंस कंपनी एचडीएफसी ने 1,000 करोड़ रुपये और कोटक महिंद्रा बैंक ने 500 करोड़ रुपये की पूंजी निवेश करने का ऐलान किया है. इसी तरह आईसीआईसीआई बैंक भी येस बैंक के 100 करोड़ शेयरों के अधिग्रहण के लिए उसमें 1,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगा.
राणा कपूर पर नया मामला दर्ज
इस बीच, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने येस बैंक के संस्थापक राणा कपूर, उनकी पत्नी बिंदु कपूर और अवंता रियल्टी प्रमोटर गौतम थापर के खिलाफ एक नया मामला दर्ज किया है. सीबीआई ताजा मामले के सिलसिले में दिल्ली और मुंबई में कई स्थानों पर तलाशी ले रही है. बता दें कि राणा कपूर 16 मार्च तक एक अन्य जांच एजेंसी ईडी की हिरासत में हैं.