ट्रेन रद्द होने से नहीं मारा जाएगा टिकट का पैसा, 21 जून तक पा सकेंगे रिफंड





कुछ रेल यात्रियों में कोरोना वायरस पाए जाने के बाद से ट्रेन में सफर करना जोखिम भरा हो गया है. इसको लेकर रेलवे प्रशासन भी अलर्ट हो गया है और लोगों से ट्रेन में यात्रा करने से बचने की सलाह दी है










  • कोरोना वायरस के चलते 31 मार्च तक सभी यात्री ट्रेनें हुईं रद्द

  • रेलवे ने प्रभावित यात्रियों को पूरा पैसा वापसी का किया फैसला


कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए भारतीय रेल ने 31 मार्च तक सभी यात्री ट्रेनों का परिचालन बंद करने का फैसला किया है. रेलवे ने रविवार को बताया है कि सभी लंबी दूरी की ट्रेनें, एक्सप्रेस और इंटरसिटी ट्रेन (प्रीमियम ट्रेन भी शामिल) का परिचालन 31 मार्च की रात 12 बजे तक बंद रहेगा. रेलवे ने कैंसिल ट्रेनों का रिफंड लेने का समय 21 जून तक दिया है.


रेलवे की तरफ से जारी बयान के मुताबिक जिन लोगों ने टिकट बुक किए थे, वो 21 जून तक टिकट का रिफंड ले सकेंगे. बताया गया है कि रद्द ट्रेनों की सूची में कोलकाता मेट्रो, कोंकण रेलवे, उपनगरीय ट्रेनें नहीं चलेंगी. हालांकि आज रात 12 बजे तक उपनगरीय ट्रेनें, कोलकाता मेट्रो की सेवाएं जारी रहेंगी. वैसी ट्रेनें जो 22 तारीख से 4 घंटे पहले चलनी शुरू हुई थीं, वो अपने गंतव्य स्थान तक जाएंगी. रेलवे बोर्ड की बैठक में ये फैसला लिया गया.


मिलेगा पूरा रिफंड


यात्रियों के लिए इसे सुविधाजनक बनाने के लिए रद्द की गई सभी ट्रेनों के लिए पूर्ण रीफंड 21.06.2020 तक लिया जा सकता है. ट्रेन रद्दीकरण से प्रभावित यात्रियों को परेशानी मुक्त राशि वापसी की सुविधा के लिए पर्याप्त व्यवस्था की जाएगी.


मालगाड़ियों की आवाजाही रहेगी जारी


रेलवे ने कहा है कि देश भर में आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई जारी रखने के लिए मालगाड़ियां चलती रहेंगी.