Delhi Election Results 2020: करावल नगर में भाजपा ने उत्तराखंड मूल के पूर्व विधायक मोहन सिंह बिष्ट को टिकट दिया था. उन्होंने बड़े अंतर से आम आदमी पार्टी के दुर्गेश पाठक को मात दी. मोहन सिंह बिष्ट इस सीट से 1998 से 2015 तक विधायक रहे हैं. उन्हें यहां से 2015 में आम आदमी पार्टी के कपिल मिश्रा ने हराया था, लेकिन बाद में कपिल मिश्रा ने पार्टी छोड़ दी.
- 3 सीटों पर उत्तराखंड के वोटर्स ने दिलाई जीत
- पूर्वी दिल्ली की कई सीटों पर AAP को दी टक्कर
दिल्ली में पूर्वांचल के मतदाताओं के बाद प्रवासियों की दूसरी सबसे बड़ी आबादी उत्तराखंड से आकर बसी है. यह आबादी क़रीब 45 लाख बैठती है. इस आबादी में लगभग 25 लाख वोटर हैं, जो किसी भी पार्टी का गणित बनाने या बिगाड़ने का माद्दा रखते हैं. परंपरागत रूप ये यह वोटर भाजपा के साथ रहा है, जो कि मंगलवार को आए नतीजों में भी देखा जा सकता है.
दिल्ली विधानसभा चुनावों में जिस एक सीट पर सबसे रोमांचकारी मुकाबला देखने को मिला वह दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी में नंबर दो की हैसियत रखने वाले मनीष सिसोदिया की सीट पटपड़गंज थी. इस सीट पर उत्तराखंड के मतदाता सबसे ज्यादा संख्या में हैं. यही नहीं, जो सात सीटें भाजपा ने जीती हैं, उनमें से तीन सीटों पर उत्तराखंड के वोटरों ने पार्टी की जीत में अहम भूमिका निभाई.
BJP-कांग्रेस ने दिए टिकट तो लुभाने की कोशिश में रही AAP
भाजपा और कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में उत्तराखंड मूल के प्रत्याशियों को टिकट दिया तो आम आदमी पार्टी ने वोटरों को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. 2016 में घोषणा करने के बाद आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली चुनावों से ऐन पहले उत्तराखंड मूल के वोटरों को लुभाने के लिए सांस्कृतिक अकादमी का गठन भी किया.
उत्तराखंड के लोक गायक हीरा सिंह बिष्ट को गढ़वाली-कुमाउंनी-जौनसारी भाषा अकादमी में उपाध्यक्ष बनाया. इसके अलावा, विनोद नगर में उत्तरायणी मेले के आयोजन से भी सिसोदिया ने इन वोटरों को अपने पाले में लाने की कोशिश की थी. दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल ने गढ़वाली भाषा में अपने प्रचार का गीत ट्वीट किया था.