FB पर बड़ा आरोप, यूजर्स की जासूसी करने के लिए Pegasus खरीदना चाहती थी कंपनी





फेसबुक पर इजराइल की सिक्योरिटी फर्म NSO Group ने बड़ा आरोप लगाया है. कंपनी का आरोप है कि फेसबुक Pegasus स्पाईवेयर खरीदना चाहती थी.






 


कुछ महीने पहले इजरायल की सिक्योरिटी फर्म NSO Group काफी चर्चा में थी. वजह ये कि WhatsApp की तरफ से इल्जाम लगाया गया कि ये फर्म वॉट्सऐप यूजर्स को स्पाई करने का टूल बनाती है और सरकारी एजेंसियों को देती है.


NSO Group ने कोर्ट डॉक्यूमेंट्स जारी किए हैं जो दिखाता है कि फेसबुक ने NSO Group से Pegasus खरीदने की कोशिश की थी. ये Pegasus वही स्पाईवेयर है जिसे 2017 में NSO Group ने बनाया है. इसे स्मार्टफोन स्पाई करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.


 


फेसबुक ने किया था NSO Group पर वॉट्सऐप हैकिंग को लेकर मुकदमा


दरअसल फेसबुक ने कुछ महीने पहले ही NSO Group पर मुकदमा किया है. वजह ये है कि कंपनी को ऐसा लगता है कि NSO Group ने वॉट्सऐप स्पाई करने के लिए Pegasus स्पाईवेयर सरकार को दिए गए हैं और सरकार इसके जरिए चुनिंदा यूजर्स की स्पाई कर रही है.


रिपोर्ट के मुताबिक NSO Group ने अपनी कोर्ट फाइलिंग की जानकारी जारी की है और ये उसी मुकदमे का है जो फेसबुक के साथ चल रहा है.


 


कंपनी का दावा - फेसबुक चाहती थी Pegasus खरीदाना


मदरबोर्ड वाइस की एक रिपोर्ट के मुताबिक NSO Group के हेड ने ये बताया है कि फेसबुक के दो लोगों ने कंपनी से संपर्क किया था. उन्होंने ये कहा है कि फेसबुक के दोनों रिप्रेंजेंटेटिव हमारा स्पाईवेययर प्रोग्राम Pegasus खरीदना चाहते थे.


रिपोर्ट् के मुताबिक कंपनी इस टूल को अपने कुछ यूजर की मॉनिटरिग करने के लिए यूज करना चाहती थी. इस रिपोर्ट में ये बात भी कही गई है कि फेसबुक अपने खुद के VPN Onavo Protect पर काम कर रही थी और इसके जरिए इस प्रोडक्ट को इंस्टॉल करने वाले यूजर्स का ट्रैफिक अनालाइज करती थी.


NSO फाइलिंग के मुताबिक कंपनी उन यूजर्स के स्मार्टफोन मॉनिटर करना चाहती थी जिनके पास पहले से ही Onavo VPN इंस्टॉल्ड हैं.


 


फेसबुक की दलील - लोगों का ध्यान वॉट्सऐप हैकिंग से भटकाना चाहती है NSO Group


NSO ग्रुप ने कहा है कि कंपनी ने फेसबुक को ये स्पाईवेयर टूल Pegasus नहीं बेचा. क्योंकि इस फर्म ने दावा किया है कि ये सिर्फ सरकारी लॉ एनफोर्मेंट एजेंसियों को ही ये स्पाईवेयर बेचती है.


NSO Group के मुताबिक चूंकि फेसबुक एक प्राइवेट फर्म है और ये Pegasus के लिए कस्टमर क्राइटेरिया में नहीं आती है.


फेसबुक ने इस रिपोर्ट के बाद बयान दिया है कि NSO ग्रुप बातचीत को गलत ढंग से पेश कर रहा है. कंपनी ने ये भी कहा है कि NSO लोगों को ध्यान Pegasus हैक से भटकाने के लिए ऐसा कर रही है.