पाकिस्तान ने कहा है कि वह तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस की वैश्विक महामारी से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से प्रस्तावित दक्षेस सदस्यों (SAARC) के वीडियो कॉन्फ्रेंस में शामिल होगा। इस वायरस के चलते दुनिया भर में 5,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने आठ सदस्यों के क्षेत्रीय समूह से शुक्रवार को संपर्क किया और दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) के नेताओं की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक कराने की राय दी ताकि कोरोना वायरस के प्रकोप से निपटने के लिए मजबूत रणनीति तैयार की जा सके।
पाकिस्तान ने मोदी के प्रस्ताव पर सराकारात्मक प्रतिक्रिया दी है और कहा है कि वह कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेने के लिए तैयार है। उसने माना कि घातक कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न खतरे को कम करने के लिए समन्वित प्रयासों की जरूरत है।
पाकिस्तान विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता आयशा सिद्दीकी ने शुक्रवार को एक ट्वीट में कहा, 'हमने बता दिया है कि स्वास्थ्य पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विशेष सहायक जफर मिर्जा मुद्दे पर दक्षेस सदस्य देशों की वीडियो कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेने के लिए उपलब्ध रहेंगे।' वायरस के खिलाफ पाकिस्तान के अभियान की अगुवाई मिर्जा कर रहे हैं।
एक के बाद एक कई ट्वीट में मोदी ने कहा, 'हमारी धरती कोविड-19 नोवल कोरोना वायरस से जंग लड़ रही है। विभिन्न स्तरों पर, सरकारें और लोग इससे निपटने की भरसक कोशिश कर रहे हैं। दक्षिण एशिया जहां विश्व की बड़ी आबादी रहती है, अपने लोगों के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा।'
श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने कहा है कि उनका देश कोरोना के खिलाफ लड़ाई में संयुक्त बातचीत के लिए तैयार है। इसके लिए उन्होंने पीएम मोदी का धन्यवाद करते हुए कहा कि श्रीलंका चर्चा करने, अपना अनुभव बताने और सार्क के सदस्य देशों से सीखने के लिए तैयार है। अपनी जनता को सुरक्षित रखने के लिए हमें साथ मिलकर काम करना चाहिए।