हरियाणा के करनाल-कैथल में पड़ने वाले क्योर्क गांव ने अनावश्यक खर्चे को रोकने के लिए खुद अपना नियम बनाया है। यह नियम अगले वित्तीय वर्ष से लागू हो जाएगा। गांव के प्रमुख लोगों ने यहां पर होनेवाली शादियों में डीजे और शराब पर पाबंदी लगा दी, जबकि बारातियों की संख्या घटाकर 21 तक सीमित कर दी गई है।
करीब 300 लोगों के बीच पंचायत के चुने हुए सदस्यों की तरफ से छह निर्देश जारी किए गए हैं, ताकि क्योर्क गांव के गरीब परिवारों को समारोह और अन्य सामाजिक समारोहों में अनावश्यक खर्चों से बचाया जा सके। हालांकि, क्योर्क की महिलाओं का शादी के समारोह में आने में कोई संख्या तय नहीं की गई है।
गांव के लोगों ने इस आदेश के पीछे भद्दे गानों को बताया है जो शादी के दौरान चलाए जाते हैं और मुफ्ती में शराब पिलाई जाती है। गांववालों ने इस फैसले की बड़ी वजह शादी समारोह में विवाद को बताया जो भाईचारे और सौहार्द के लिए हानिकारक है। गांव के लोगों का कहना है कि इन कदमों से विवादों के साथ ही खर्च भी कम होगा।
गांव के प्रमुखों ने काज और बरही के आयोजन पर भी रोक लगा दी, कहा कि किसी भी बुजुर्ग की मौत के बाद मिठाईयां और कोई अन्य खाने योग्य चीजें देना उपयुक्त नहीं होगा।
इसके साथ ही, शादी और अन्य समारोहों के लिए प्रिंटेड इन्विटेशन कार्ड के बांटने पर भी रोक लगाई जा रही है। यह फैसला किया गया है कि इन कामों के लिए व्हाट्सएप, टेक्स्ट मैसेज और फोन कॉल्स का इस्तेमाल किया जाएगा। क्योर्क गांव के सरपंच बलकार सिंह आर्य ने कहा- ये सभी फैसले 300 लोगों के बीच सर्वसम्मति से लिए गए हैं।