सरकारी कर्मचारियों को 5 दिन काम के एलान के बाद शिवसेना ने कहा- समान कानून बनना चाहिए


प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा पर हर दिन होने वाले पौने दो करोड़ रुपए के खर्च और विदेशी यात्रा के 700 करोड़ के बिल पर सवाल खड़ा करते हुए सामना में लिखा गया है कि ऐसी सुविधाओं के बीच बिना छुट्टी लिए काम करने में क्या खास है?


मुंबई: महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार ने राज्य कर्मचारियों के लिए सप्ताह में पांच दिन काम करने का एलान किया है. जिसके बाद सरकारी कर्मचारी काफी खुश हैं. नियम के तहत सरकारी कर्मचारियों को अब शनिवार और रविवार को छुट्टी मिलेगी और बदले में उन्हें पांच दिन पौना घंटा (45 मिनट) अधिक काम करना पड़ेगा.


 


कर्मचारियों को इस राहत के एलान के बाद आज सामना के संपादकीय में छुट्टियों को निशाना बनाकर बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी पर कई तीर छोड़े गए हैं. सामना के संपादक और शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने लिखा कि छुट्टियों को लेकर देश में समान नागरिक कानून हो ऐसा कभी क्यों नहीं सोचा गया?


 


महाराष्ट्र में पांच दिन वर्किंग डेज के एलान के बाद अपनी सरकार की इस उपलब्धि और लोगों में इसको लेकर चलती खुशी के बारे में संपादकीय में काफी कुछ लिखा गया है और यह भी कहा गया है कि सरकारी कर्मचारी 5 वर्किंग डेज में अपना काम जनता की सेवा के लिए करेंगे. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की दिलदारी से सरकारी कर्मचारी पूरे दिल से काम करेंगे. प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए संपादकीय में कहा गया है कि कहा जाता है कि प्रधानमंत्री घंटों काम करते हैं छुट्टी भी नहीं लेते, लेकिन प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, राष्ट्रपति और राज्यपाल भी जनता की सेवा करें ऐसी अपेक्षा है.