बोर्ड ने स्कूलों को सख्त हिदायत दी है कि वे ऐसे सभी विद्यार्थियों की लिस्ट बोर्ड में जमा कराएं जिनकी हाजिरी 75 फीसद से कम है। इस पर निर्णय सीबीएसई बोर्ड द्वारा लिया जाएगा।
गोरखपुर, जेएनएन। सीबीएसई ने बोर्ड ने परीक्षा के परिणाम को और बेहतर करने के लिए नियमों को और सख्त कर दिया है। सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में बैठने के लिए 75 प्रतिशत हाजिरी जरूरी कर दी है। परीक्षाओं से पहले जो बच्चे घर बैठकर तैयारी के नाम पर छुट्टी लेते थे, उन्हें 2020 की परीक्षाओं में दिक्कत हो सकती है।
सीबीएसई बोर्ड के नियमावली के रूल 13 के अनुसार 75 प्रतिशत हाजिरी अनिवार्य है। इस तरह का कदम सीबीएसई ने 2019 की परीक्षाओं से पहले भी उठाया था। लेकिन इसका कड़ाई से पालन नहीं हो सका था, जिस वजह से कई विद्यार्थियों ने अपने जरूरी कागज बोर्ड में जमा नहीं कराए थे।
कक्षा में 75 फीसद उपस्थिति अनिवार्य
बोर्ड ने स्कूलों को सख्त हिदायत दी है कि वे ऐसे सभी विद्यार्थियों की लिस्ट बोर्ड में जमा कराएं, जिनकी हाजिरी 75 फीसद से कम है। इन बच्चों को परीक्षा में बैठने देना है या नहीं, इसका निर्णय सीबीएसई बोर्ड द्वारा लिया जाएगा। जिन विद्यार्थियों की हाजिरी इससे कम होगी, उन्हें परीक्षा में बैठने नहीं दिया जाएगा। वहीं रूल 14 के अनुसार कुछ मामलों में बच्चों की पृष्ठभूमि भी देखी जाएगी। उनका इतिहास जांचा जाएगा, जिन्हें मेडिकल या अन्य कोई समस्या है।
उपस्थिति कम होने से बिगड़ रहा परिणाम
बोर्ड ने स्कूलों को लिखे पत्र में साफ किया है कि 2019 की बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम से यह साफ हुआ है कि जिन विद्यार्थियों की हाजिरी कम थी, उनका परिणाम भी खराब था। इसलिए बोर्ड के रिजल्ट को सुधारने के लिए स्कूलों को यह कदम सख्ती से उठाना होगा। सभी स्कूलों को एक जनवरी तक लिस्ट बोर्ड में भेजनी होगी। सात जनवरी तक सभी जरूरी कागज जमा करने होंगे। सात फरवरी तक बोर्ड अंतिम निर्णय लेगा।